Teaching-Learning
हिंदी विभाग की प्राध्यपिकाएँ शिक्षण की विभिन्न नयी नयी तकनीकों के प्रयोग के माध्यम से अध्यापन कार्य कर रही हैं | हिंदी विशेष पाठ्यक्रम के अंतर्गत पढ़ाये जाने वाले विषयों को इस तरह पढ़ाया जाता है की वह सजीव बने और छात्राएं सहभागी बने , यानि विषय को अधिक से अधिक रुचिकर और इंटरैक्टिव बनाने का भरसक प्रयास रहता है | हिंदी भाषा के ज्ञान के लिए प्रोजेक्टर पर शब्दों का उच्चारण सुनाने ,पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है | अध्ययन अध्यापन के पारम्परिक तरीकों के साथ साथ नयी तकनीक से पढ़ना पढ़ाना निसंदेह हमारी छात्राओं में रचनात्मकता का विकास कर उनकी आलोचनात्मक दृष्टि का विकास कर रहा है |
Capacity Building
किसी भी शैक्षणिक संस्थान का कर्त्तव्य केवल किताबी ज्ञान देकर पूरा नहीं हो जाता बल्कि युवा शक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक, साहित्यिक, व्यावसायिक, नैतिक, सामाजिक और मानवीय कर्त्तव्य और अधिकारों के प्रति जागरूक करना भी संस्थान का लक्ष्य होता है | हिंदी विभाग छात्राओं की क्षमताओं को बढ़ाने और प्रतिभा के विकास के लिए लगातार विभागीय गतिविधियों में संलग्न रहता है | विभाग द्वारा आयोजित होने वाली विविध गतिविधियां जैसे साहित्यकार से संवाद, संगोष्ठियों e-कार्यशालाओं का आयोजन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है
Student Progression
2020-21 Students
Awards and Recognition
प्रो. संध्या गर्ग -जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज की हिंदी विभाग की वरिष्ठतम सदस्य प्रो. संध्या गर्ग 18 नवम्बर 2020 को कॉलेज के उप प्राचार्या पद पर आसीन हुईं और इन्हें 12 अप्रैल 2021 को विभाग की प्रथम प्रोफेसर बनने का गौरव हासिल हुआ। प्रोफेसर गर्ग अपनी निष्ठा और कड़ी मेहनत के कारण कॉलेज और विभाग में मार्गदर्शक के रुप में पहचानी जाती हैं।
‘साहित्य संचय शोध संस्थान’ ने साहित्य में योगदान के लिए 31 अक्टूबर 2021 को प्रो. संध्या गर्ग को ‘शब्द सेतु नवल सम्मान’ से सम्मानित किया।
डॉ. रजनी अनुरागी ‘वी द पीपल ऑफ इंडिया’ द्वारा 2019 में को अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित।
डॉ. सुधा उपाध्याय को उनकी पुस्तक ‘इसलिए कहूंगी मै’ पर चौदहवें शीला सिद्धांतकार सम्मान2018 से पुरस्कृत किया गया।
Curriculum Development
पाठ्यक्रम
सेमेस्टर 1
- I. हिंदी भाषा और उसकी लिपि का इतिहास
- II. हिंदी कविता (आदिकाल एवं भक्तिकालीन काल)
सेमेस्टर 2
- III. हिंदी साहित्य का इतिहास (आदिकाल और मध्य काल)
- IV. हिंदी कविता (रीतिकालीन काल)
सेमेस्टर 3
- V. हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल)
- VI. हिंदी कविता (आधुनिक काल छायावाद तक)
- VII. हिंदी कहानी
सेमेस्टर 4
- VIII. भारतीय काव्य शास्त्र
- IX. हिंदी कविता (छायावाद के बाद)
- X. हिंदी उपन्यास
सेमेस्टर 5
- XI. पाश्चात्य काव्यशास्त्र
- XII. हिंदी नाटक/एकांकी
- HDSE अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी साहित्य
- HDSE हिंदी की मौखिक और लोक साहित्य परंपरा
- HDSE हिंदी भाषा का व्यावहारिक व्याकरण
- HDSE कोश विज्ञान
सेमेस्टर 6
- XIII. हिंदी आलोचना
- XIV. हिंदी निबंध और गद्ध विधाएं
- HDSE हिंदी की भाषिक विशेषताएं
- HDSE भारतीय साहित्य: पाठपरक अध्ययन
- HDSE भारतीय साहित्य: पाठपरक अध्ययन
- HDSE शोध प्रविधि
- HDSE अवधारणात्मक साहित्यिक पद
B.A. Programme Ist year –
सेमेस्टर-1 हिंदी भाषा और साहित्य
B.A. Programme IInd year –
सेमेस्टर-3/4 हिंदी गद्ध उद्भव और विकास
B.A. Programme( DESC) 1st year -
सेमेस्टर 1- हिंदी भाषा और साहित्य का इतिहास
सेमेस्टर 2- हिन्दी कविता (मध्य काल से आधुनिक काल तक)
B.A. Programme ( DESC) 2nd year -
सेमेस्टर 3- हिन्दी कथा सहित्य
सेमेस्टर 4- अन्य गद्य विधाएं
B.A. Programme ( DESC) 3rd year
सेमेस्टर 5- हिंदी भाषा का व्यवहारिक व्याकरण
सेमेस्टर 6- विशेष अध्ययन एक प्रमुख साहित्यकार- कबीर/प्रेमचंद
GE to Hon’s
Ist Year
सेमेस्टर I- हिंदी सिनेमा और उसका अध्ययन
सेमेस्टर II- पटकथा तथा संवाद लेखन
IInd Year
सेमेस्टर III- भाषा और समाज
सेमेस्टर IV- भाषा शिक्षण/ हिंदी का वैश्विक परिदृश्य
SEC to Hon’s
IInd Year
सेमेस्टर III- सोशल मीडिया
सेमेस्टर IV- भाषा और समाज
GE to Programme
IIIrd Year
सेमेस्टर V- हिंदी अनुवाद व्यवहार और सिद्धांत
सेमेस्टर VI- अस्मितामूलक अध्ययन और हिंदी साहित्य
SEC to Programme
IInd Year
सेमेस्टर III- भाषा शिक्षण
सेमेस्टर IV- भाषायी दक्षता /कंप्यूटर और हिंदी भाषा
Faculty Research Projects
संकाय शोध-परियोजना
प्रो. संध्या गर्ग-ब्रज के लोकगीतों में स्त्री विमर्श-
प्रस्तावना - स्त्री विमर्श आज के समय का सबसे अधिक चर्चित मुद्दा है। दुनिया की आधी आबादी की समस्याओं, भावनाओं, अधिकारों पर ना केवल विभिन्न मंचों से बल्कि साहित्य में भी गम्भीरता से स्थान दिया गया है ।
बीसवीं सदी के मध्य में उपजे इस विमर्श के बारे में जब विचार किया तो मन में यह प्रश्न था कि क्या इस से पूर्व इस प्रश्न पर कभी किसी ने कलम नही उठाई और तब अपने लोकगीतों का ध्यान आया जो स्त्री की आकांक्षाओं, पीड़ा, समाज में उस की स्थिति को दर्शाते हैं । ब्रज दिल्ली के पास का प्रदेश है वहाँ तक आसानी से पहुँचा जा सकता है अतः इसी प्रदेश के लोकगीतों को आधार बना के विषय पर शोध कार्य की योजना बनाई ।
- • शोध-प्रविधि- गीतों का संकलन
- • लोकगायकों से साक्षात्कार
- • सामान्य जनता से बातचीत
- • प्रश्नावली तैयार करना
- • ब्रज का भ्रमण
- • शोध का उद्देश्य- छात्राओं को अपनी संस्कृति का परिचय करना
- • विषय के मूल स्त्रोतों की जानकारी देना
- • लोकगीतों से परिचित करना
- • एक तुलनात्मक अध्ययन के लिए प्रेरित करना है
Student Research Projects
Student Research Projects
छात्र शोध परियोजना
1)शोध निर्देशन: डॉ. सीमा शर्मा
शोध छात्राएं: रिम्पा, ममता, रेहा, पिंकी, मोहिनी, ज्योति कुमारी, वारीशा, विनीता
डॉ. सीमा ने ‘गांधी दर्शन और गांधीगिरी’s (मुन्ना भाई एमबीबीएस और लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म के संदर्भ में) नामक विषय पर सत्र 2020-2021 परियोजना पर हिन्दी विशेष की छात्राओं के साथ मिलकर शोध कार्य कर रही है।
2)शोध निर्देशन: मीनाक्षी
शोध छात्राएं: श्रुति श्रीवास्तव, वैष्णवी कदम, दिव्या, प्रिया कुमारी, ऋषिका शाह, रितिका, निर्जला
- • मीनाक्षी ने ‘भारतीय समेकित संस्कृति और तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ नामक विषय पर सत्र 2020-2021 परियोजना को हिन्दी विशेष की छात्राओं के साथ मिलकर शोध कार्य पूर्ण किया |
Best Practices
हिंदी विभाग की प्राद्यापिकाएँ छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए सतत प्रयतनशील रहती हैं इसलिए पढ़ने पढ़ाने के अलग अलग तरीके अपनाने में विश्वास रखतीं हैं और नवोन्मेषी शिक्षण प्रविधि को अपनाने पर जोर देती हैं जैसे साहित्यकार को जानना, साहित्यकार से संवाद, पाठ आधारित गतिविधियां, कविता का कहानी में रूपांतरण आदि | छात्राओं के लिए ई-रिसोर्स (गूगल क्लासरूम, ज़ूम प्लेटफार्म ,यूट्यूब, ई-पाठशाला), लेखन कौशल निर्माण ( ट्यूटोरियल, सृजनात्मक लेखन, ओपन बुक लर्निंग), वैचारिक क्षमता निर्माण (प्रस्तुति, समूह चर्चा, परिचर्चा, कार्यशाला, संगोष्ठी, हिंदी सप्ताह) , संवर्धनात्मक और क्षमता निर्माण (भाषण प्रतियोगिता, वाद- विवाद प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, सद्य भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, लोकगीत प्रतियोगिता) जैसी सर्वश्रेष्ठ कार्य-प्रणालियों का प्रयोग छात्राओं की क्षमता को बढ़ाने और प्रतिभा के विकास के लिए लगातार किया जा रहा है |